आगामी विधानसभा चुनाव से पहले बिहार के छह नेताओं की सुरक्षा में बदलाव किया गया है. बिहार में डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, पूर्व मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से लेकर पप्पू यादव तक की सुरक्षा बढ़ाई गई है. उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी को Z प्लस तो तेजस्वी यादव को Z कैटेगरी की सुरक्षा मुहैया कराई गई है. इसके अलावा बीजेपी सांसद प्रदीप कुमार, जदयू एमएलसी नीरज कुमार, भाजपा विधायक ज्ञानेंद्र ज्ञानू की सुरक्षा बढ़ाई गई है. पप्पू यादव, प्रदीप कुमार, ज्ञानेंद्र को Y प्लस जबकि नीरज कुमार को Y कैटेगरी की सुरक्षा दी गई है.
किसे किस श्रेणी की सुरक्षा?
नाम | किस श्रेणी की सुरक्षा |
सम्राट चौधरी | Z+ |
तेजस्वी यादव | Z |
राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव | Y+ |
प्रदीप कुमार सिंह | Y+ |
ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू | Y+ |
नीरज कुमार | Y |
दरअसल, विधानसभा चुनाव से पहले बिहार में बढ़ती राजनीतिक गतिविधियों और जनसभाओं में भीड़ के मद्देनजर नेताओं की सुरक्षा बढ़ाने का फैसला किया गया है. बिहार सरकार के गृह विभाग ने सुरक्षा को लेकर पुलिस पुलिस निदेशक को आदेश जारी कर दिया है.
जानें Z+, Y+ और Y श्रेणी की सुरक्षा के बारे में
- Z+ श्रेणी की सुरक्षा: यह भारत में एसपीजी के बाद सबसे उच्च स्तर की सुरक्षा है. इसमें 55 जवान शामिल होते हैं, जिसमें 10 से ज्यादा एनएसजी कमांडो और पुलिस कर्मी शामिल होते हैं. खास बात ये है कि इसमें बुलेटप्रूफ वाहन और तीन शिफ्टों में एस्कॉर्ट होते हैं.
- Z श्रेणी की सुरक्षा: यह उच्च जोखिम वाले व्यक्तियों के लिए है, जिन्हें गंभीर खतरा हो. इसमें 22 जवान शामिल होते हैं, जिसमें 4-6 एनएसजी कमांडो या CRPF कर्मी और शेष पुलिस कर्मी शामिल होते हैं. इसमें 4-5 पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर होते हैं, जो तीन शिफ्टों में काम करते हैं.
- Y+ श्रेणी की सुरक्षा : यह मध्यम जोखिम वाले व्यक्तियों के लिए है. इसमें 11 जवान होते हैं, जिसमें 2-4 कमांडो और पुलिस कर्मी शामिल होते हैं. इसमें 2 पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर होते हैं. खास बात ये है कि इसमें 2-3 वाहनों का काफिला, जिसमें एक बुलेटप्रूफ वाहन शामिल हो सकता है.
- Y श्रेणी की सुरक्षा: यह हल्के जोखिम वाले व्यक्तियों के लिए है. इसमें 8 जवान होते हैं, जिसमें 1-2 कमांडो और बाकी पुलिस कर्मी होते हैं। इसमें 2 पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर शामिल होते हैं. इसमें बुलेटप्रूफ वाहन शामिल नहीं होता है.
