शारदा सिन्हा के फैंस छठी मइया से उनके दीर्घायु होने की प्रार्थना कर रहे थे. हालांकि, छठी मइया ने अपनी सबसे प्यारी बच्ची को अपने पास बुला लिया. इससे उनके प्रशंसकों का दिल टूट गया है
उनका जन्म 1 अक्टूबर 1952 को बिहार के सुपौल जिले के हुलास गांव में हुआ था और शादी ससुराल बेगूसराय के सिहमा गांव में हुई थी.
वह 2018 से मल्टीपल मायलोमा से पीड़ित थीं. यह बीमारी कैंसर का एक रूप है जो रीढ़ की हड्डी को प्रभावित करता है.
हाल ही में 80 साल की उम्र में शारदा सिन्हा के पति और शिक्षा विभाग में उपनिदेशक पद से रिटायर ब्रज किशोर का निधन हुआ था.
उनकी दो संतानें हैं: बेटी वंदना और बेटा अंशुमान सिन्हा. मीडिया रिपोट्र्स मानें तो उनकी संपत्ति करीब 16 से 42 करोड़ के बीच है.
शारदा सिन्हा ने मगही, भोजपुरी और मैथिली के अलावा हिंदी में कई गीत गाए हैं. उनके बियाह और छठ के गीत बहुत फेमस हैं.
आजकल छठ के मौके पर कोई एक ऐसा घर नहीं होगा, जहां शारदा सिन्हा के गाये गीत नहीं गाए जाते होंगे.
शारदा सिन्हा को लोक संगीत में योगदान के लिए 1991 में पद्म श्री और 2018 में पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया था
शारदा सिन्हा ने बॉलीवुड की सुपरहिट फिल्म ‘मैंने प्यार किया’ में ‘कहे तो से सजना…” और ‘गैंग्स आफ वासेपुर सीजन 2’ में ‘तार बिजली…’ जैसे लोकप्रिय गाने गाए हैं.