AI यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इन दिनों चलन और चर्चा में है. लगभग हर कंपनी इस सेक्टर में कदम रख रही है. इस क्रम में अब Ola भी शामिल हो गया है. कैब और इलेक्ट्रिक स्कूटर के बाद कंपनी ने अपना पहला आर्टफिशियल इंटेलिजेंस Krutrim AI पेश किया है. इस प्रोजेक्ट को कंपनी के CEO भाविश अग्रवाल ने इंट्रोड्यूस किया है.
कंपनी का कहना है कि ये एक ग्राउंडब्रेकिंग प्रोजेक्ट है, जिसका फोकस भारत का पहला फुल स्टैक AI सॉल्यूशन विकसित करना है. कंपनी ने इसके दो मॉडल- कृत्रिम और कृत्रिम प्रो को पेश किया है. आइए जानते हैं इन AI मॉडल्स में क्या खास है.
कब हुई कृत्रिम की शुरुआत?
Krutrim AI की शुरुआत अप्रैल 2023 में भविश अग्रवाल और कृष्णमूर्ति वेणुगोपाला टेनेटी ने की. Ola ने इसके दो मॉडल्स पेश किए हैं. बेस मॉडल यानी Krutrim AI 22 भाषाओं को समझता है और 10 भारतीय भाषाओं में टेक्स्ट जनरेट कर सकता है. वहीं प्रो वेरिएंट की बात करें, तो इसे एडवांस प्रॉब्लम्स को सॉल्व करने के लिए डिजाइन किया गया है. ये अगली तिमाही में रिलीज होगा.
कंपनी का दावा है कि किसी दूसरे AI मॉडल के मुकाबले Krutrim AI को 20 गुना ज्यादा इंडिक टोकन पर ट्रेन किया गया है. इस वजह से ये इंडिक परफॉर्मेंस के मामले में GPT-4 और Llama मॉडल्स को आउट परफॉर्म करता है. ये AI वॉयस इनपुट को प्रॉसेस कर सकता है और उसका जवाब भी वॉयस आउटपुट के रूप में दे सकता है.
क्या है इसमें अलग?
इससे यूजर्स को एक यूनिक एक्सपीरियंस मिलेगा. भारतीय संस्कृति और भाषाओं से AI को जोड़ने के लिए Krutrim AI को काफी ट्यून किया गया है और इंडियन डेटा पर ट्रेन किया गया है. भारतीय भाषाओं की स्क्रिप्ट्स को ट्रांसलेट करने के लिए ये एक कस्टम टोकनाइजर पर काम करता है.
इस वजह से कृत्रिम AI दूसरे ओपन सोर्स लैंवेज लर्निंग मॉडल्स से बेहतर काम करता है. कंपनी ने इस AI को लाइव कर दिया है. ये मॉडल कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट पर लाइव हो चुका है. हालांकि, इसके लिए यूजर्स को रजिस्टर करना होगा. इसका बेस मॉडल अगले महीने से सभी के लिए उपलब्ध होगा. वहीं इसका API अगले साफ फरवरी से उपलब्ध होगा.