पटना. बिहार में डेढ़ लाख से अधिक किसानों की पीएम किसान सम्मान निधि की अर्जी स्वीकृत होने में परेशानी आ रही है. दरअसल किसानों के आधार कार्ड (Adhar Card) में अंकित नाम के अक्षर से मैच नहीं होने के कारण उनकी अर्जी फंसी हुई है. अब बिहार सरकार ने ऐसे किसानों के लिए अपने नाम में सुधार के लिए मौका दिया है. दरअसल पीएम किसान सम्मान निधि में जो प्रावधान है उसके अनुसार आवेदक का नाम आधार कार्ड में अंग्रेजी में लिखे नाम से मैच करना चाहिए. अगर नाम में एक भी अक्षर का अंतर हुआ तो भुगतान होने में की कोई संभावना नहीं है.
यह योजना जब शुरू हुई तब से राज्य के 1 लाख 69 हज़ार 728 किसान लाभ से वंचित हो गए. इन किसानों में से किसी के आधार कार्ड का नाम आवेदन में दिए नाम से मैच ही नहीं कर पा रहा था. इस योजना के तहत किसानों को 6000 रुपए हर साल दिए जाते हैं. केंद्र सरकार की ओर से यह राशि हर 4 महीनों में तीन किस्तों में दो-दो हजार करके दी जाती है. सुधार करने के लिए किसान https://pmkisan.gov.in/ पर जाकर मदद ले सकते हैं. कई किसानों के बैंक का आईएफएस कोड भी गलत होने के कारण आवेदन अस्वीकृत कर दिया गया है.
सरकार ने मौका दिया तब कुछ किसानों ने इसमें सुधार कर लिया लेकिन अब भी करीब सवा लाख किसानों का नाम आधार से मैच नहीं कर पा रहे हैं. इसके पोर्टल पर जाकर ही सारी प्रक्रिया पूरी करनी होगी. किसान सम्मान निधि योजना में चयनित किसानों को जो 6000 रुपये की राशि मिलती है वह सीधे तौर पर केंद्र सरकार की तरफ से उनके खाते में आती है.