बिहार के सीतामढ़ी से नव निर्वाचित सांसद देवेश चंद्र ठाकुर का विवादित बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि वे पिछले 22 सालों से राजनीति में सक्रिय है इस दौरान उन्होंने यादव और मुसलमानों के लिए सबसे ज्यादा काम किया है लेकिन अब वे यादव और मुसलमान का काम नही करेंगे. कोई अगर इस जाति का है और उनके यहां काम करवाने आता है तो आए जरूर चाय नाश्ता करें और वापस जाए मैं उनका काम नहीं करूंगा
‘तीर के निशान में पीएम मोदी का चेहरा देखते हैं’
सांसद देवेश चंद्र ठाकुर ने आगे कहा कि जब यादव और मुसलमान वोट डालते समय तीर के निशान में पीएम मोदी का चेहरा देखते हैं, तो मै आपके लिए काम करते हुए लालू और लालटेन का चेहरा क्यों न देखूं. मेरे यादव और मुसलमान भाई आइए जरूर आइए, चाय पीजिए, मिठाई खाइए, लेकिन काम की बात नहीं कीजिए, क्योंकि मैं आपका काम नहीं करूंगा. मैं पहली बार ये कह रहा हूं और अब मैं यही करूंगा. जेडीयू सांसद के बयान के बाद एक नया विवाद खड़ा हो गया है.
बिहार विधान परिषद सभापति भी रह चुके है देवेश चंद्र ठाकुर
बता दें कि सांसद बनने से पहले देवेश चंद्र ठाकुर बिहार विधान परषिद के सभापति थे. 25 अगस्त 2022 को उन्हें सभापति चुना गया था. 2024 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने सीतामढ़ी से चुनाव लड़ा चुनाव जीतने के बाद अब देवेश चंद्र ठाकुर सभापति पद से इस्तीफा दे चुके हैं. उनके इस्तीफा देने से सभापति की कुर्सी भी खाली हो गई है.
बता दें कि सीतामढ़ी सीट से जेडीयू नेता देवेश चंद्र ठाकुर ने राष्ट्रीय जनता दल के अर्जुन राय को 51356 वोटों से मात दी थी. देवेश चंद्र ठाकुर को 515719 वोट मिले थे तो वहीं अर्जुन राय को 464363 वोट मिले थे. वहीं सैकुआ नवाज़ अज़मत तीसरे नंबर पर रही थी उन्हें 28912 वोट मिले थे.