जदयू ने बिहार में होने वाले लोकसभा चुनाव में अपनी 16 मौजूदा सीटों पर कोई समझौता नहीं करने का ऐलान किया है। उन्होंने अपने गठबंधन सहयोगी राजद से कहा है कि वह कांग्रेस और वाम दलों के साथ शेष 24 सीटें साझा करे। बिहार में कुल 40 लोकसभा सीटें हैं। जदयू के वरिष्ठ नेता बिजेंद्र यादव ने कहा कि मौजूदा सीटों को लेकर कोई चर्चा नहीं होगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि जदयू का राजद के साथ गठबंधन है, जिसने कांग्रेस और तीन वाम दलों के साथ साझेदारी की है।
सीपीआई (एमएल) आरा और सिवान से चुनाव लड़ेगी
हालांकि, इंडिया गठबंधन के भीतर सीटों के बंटवारे पर अभी तक कोई अंतिम फैसला नहीं हुआ है, लेकिन बिहार में कुछ लोकसभा सीटों पर फैसला हो चुका है। उदाहरण के लिए, यह संभावना है कि सीपीआई (एमएल) आरा और सिवान से चुनाव लड़ेगी, जबकि जदयू सीतामढ़ी और दरभंगा को लेकर आश्वस्त है।
एक विश्वसनीय सूत्र के अनुसार, कांग्रेस को सासाराम, औरंगाबाद, किशनगंज और कटिहार देने पर चर्चा हुई है। कांग्रेस की पूर्वी चंपारण में भी दिलचस्पी है, जहां उसके प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह के बेटे चुनाव लड़ना चाहते हैं। हालांकि, पूर्वी चंपारण और पूर्णिया फिलहाल जदयू के पास हैं।
राजद जदयू की दो सीटों बांका और जहानाबाद पर नजर गड़ाए हुए है। राजद नेता के अनुसार, बातचीत चल रही है और जदयू को बदले में अन्य सीटें मिल सकती हैं।
बेगूसराय सीट मांग रही सीपीआई
इसी बीच, सीपीआई बेगूसराय की मांग कर रही है। सीपीआई का दावा है कि वहां उनका वोटर बेस काफी मजबूत है। पार्टी के महासचिव डी राजा ने इस पर चर्चा करने के लिए सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात भी की। वाम दलों को दी जा रही सीटों के बारे में पूछे जाने पर सीपीआई (एमएल) के सचिव कुणाल ने बताया कि उनकी प्रतिनिधिमंडल जल्द ही उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव से मुलाकात करेगा, जैसा कि उनकी पिछली मुलाकात के दौरान उनके पिता लालू प्रसाद ने सलाह दी थी।
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कुणाल ने आगे कहा, ‘हमने पिछली बार अपने गठबंधन सहयोगियों के समर्थन से आरा सहित चार सीटों पर चुनाव लड़ा था। सीवान, कराकाट और जहानाबाद में हमारी दोस्ताना लड़ाई हुई थी। हम कुछ समझौते करने को तैयार हैं, लेकिन सीटों के बंटवारे का फॉर्मूला सम्मानजनक होना चाहिए क्योंकि यह हमारे मतदाताओं को सही संदेश देगा। बिहार भर में हमारी मजबूत उपस्थिति है। वास्तव में, 2019 के लोकसभा चुनाव में, राजद को उन निर्वाचन क्षेत्रों में 4 लाख से अधिक वोट मिले, जहां हमारा गढ़ था।’
ये हो सकता है बिहार में सीट शेयरिंग फॉर्मूला
‘इंडिया’ में नाखुश जेडीयू को मनाने के लिए अगर उनकी मौजूदा सभी 16 सीटें मिलती हैं तो गठबंधन सीट शेयरिंग का फॉर्मूला क्या हो सकता है। ऐसे में जानकार मानते हैं कि गठबंधन में जेडीयू को संग रखने के लिए कांग्रेस को बड़ा दिल दिखाना होगा। ऐसे में इंडिया गठबंधन में जेडीयू को 16 सीट, राजद को 16 सीट, कांग्रेस को 6 सीट और सीपीआई को 2 सीट मिल सकती हैं।