सीतामढी में जिले में लूट और एटीएम फ्रॉड की घटनाओं में इजाफा हुआ है। हालांकि पुलिस प्रशासन द्वारा बैंकों और एटीएम की सुरक्षा को लेकर गस्ती दल के अलावा अलग से टीम का गठन किया गया है। वही एक गार्ड के भरोसे बैंक और बिना गार्ड के एटीएम का संचालन किया जा रहा है। जिला में 156 विभिन्न बैंकों के एटीएम हैं। जिले में राष्ट्रीयकृत बैंकों की 94, प्राइवेट बैंक की 4, ग्रामीण बैंक की 47 और सहकारिता बैंक की 11 एटीएम शामिल हैं।
इसमें शहरी क्षेत्र में 37 और ग्रामीण क्षेत्र में 119 बैंक है। लेकिन, केवल पुलिस की गश्ती व निगरानी के भरोसे एटीएम की सुरक्षा है। जबकि, बैंकों की ओर से एटीएम की सुरक्षा को लेकर कोई इंतजाम नहीं किया गया है और न ही किसी एटीएम पर गार्ड नजर आता है। जिस कारण एटीएम सेंटर पर फर्जीवाड़े और साइबर ठगों का खतरा बना रहता है। हालांकि बैंक के अधिकारियों का कहना है कि एटीएम की सुरक्षा ऑनलाइन की जाती है। जबकि हकीकत ये है कि लाइन कटने की स्थिति में कई ऐसे एटीएम है, जहां इनवर्टर तक काम नहीं करता है।
सुनसान इलाकों में बिना गार्ड के रातभर खुला रहता है एटीएम शहर के कई इलाकों में शाम ढलते ही सड़कें वीरान हो जाती है। सिमरा रोड, पुनौरा रोड, आजाद चौक, भूप भैरव, कांटा चौक, लगमा, गाढ़ा समेत आधा दर्जन भर सुनसान इलाकों में भी बिना गार्ड के रातभर एटीएम खुला रहता है। पुलिस की रात्रि गश्ती और पैदल गश्ती ही एटीएम की सुरक्षा में लगे रहते हैं।
सीतामढी में एटीएम की सुरक्षा ऑनलाइन की जा रही है। जिनकी निगरानी बैंक के हेड ऑफिस द्वारा किया जाता है। हालांकि कई एटीएम में गार्ड है। गार्ड हटाने को लेकर ऊपर से निर्देश जारी हुआ था। ये सिर्फ सीतामढ़ी ही नहीं, बल्कि पूरे देश में लागू किया गया है। हम लगातार अपने तरफ से सतर्कता बरतते हैं। किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि या मामला सामने आने पर तत्काल स्थानीय पुलिस को सूचना दी जाती है। – अनिल सिंह, एलडीएम, सीतामढ़ी।