पिपराही थाना क्षेत्र के माधोपुर गांव में वर्चस्व की लड़ाई को लेकर शुक्रवार की रात नल-जल योजना के सुपरवाइजर की गोली मार कर हत्या कर दी गई। मृतक स्थानीय अरविंद सिंह का 25 वर्षीय पुत्र ऋषिकेश कुमार है। थानाध्यक्ष सुबोध कुमार मेहता और पुरनहिया थानाध्यक्ष प्रेमजीत सिंह शस्त्र बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। साथ ही घटना के जांच में जुट गए।
मृतक के पिता अरविंद सिंह ने गांव के ही तीन युवकों पर साजिश के तहत हत्या करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने गांव के विजय कुमार सिंह के पुत्र शिवम कुमार सिंह, राघवेंद्र सिंह के पुत्र केशव कुमार सिंह और ललन सिंह के पुत्र राघवेंद्र सिंह को नामजद अभियुक्त बनाया है। पुलिस ने शिवम को गिरफ्तार कर लिया है। पिता ने आरोप लगाया कि इन तीनों युवकों से कुछ दिनों पहले भी ऋषिकेश का विवाद हुआ था। उन लोगों ने तब भी खुलेआम धमकी दी थी कि तेरे बेटे को गोली से उड़ा देंगे। अरविंद सिंह के अनुसार, गांव में यह तीनों युवक अपना वर्चस्व कायम करना चाहते थे, लेकिन उनका बेटा इस मानसिकता का हमेशा विरोध करता था। इसी वजह से वह उनकी आंखों की किरकिरी बन गया था।
यह पूरी घटना ऋषिकेश के पिता अरविंद सिंह के आंखों के सामने घटी। मृतक के पिता अरविंद सिंह ने बताया कि रात करीब साढ़े नौ बजे पुत्र ऋषिकेश के मोबाइल पर गांव के ही युवक शिवम के द्वारा बार-बार फोन किया जा रहा था। ऋषिकेश फोन नहीं उठा रहा था। जिसके कुछ देर बाद गांव का ही शिवम स्वयं घर आया और उसे जबरन बुलाकर बांध की ओर ले गया। पिता को संदेह हुआ और वह टॉर्च लेकर उनके पीछे-पीछे चल पड़े। बांध पर पहुंचने के बाद अरविंद ने देखा कि शिवम के साथ केशव और राघवेंद्र भी मौजूद था। तीनों ने मिलकर ऋषिकेश को घेरे हुए था। वहीं अचानक गोली चला दी, जिससे ऋषिकेश की मौके पर ही मौत हो गई।
बार-बार कॉल के बाद घर आया आरोपी
घटना के संबंध में मृतक के पिता के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। जांच के दौरान प्रथम दृश्य घटना का कारण आपसी विवाद प्रतीत हो रहा है। एक आरोपी शिवम को गिरफ्तार किया गया है। वही अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। – सुबोध कुमार मेहता, थानाध्यक्ष, पिपराही
