भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार खेसारी लाल यादव ने भी राजनीति में कदम रख लिया है. खेसारी आरजेडी के टिकट पर छपरा से लात ठोंक रहे हैं. उनकी राह अपने साथी भोजपुरी अभिनेताओं से अलग है. दरअसल भोजपुरी इंडस्ट्री के स्टार मनोज तिवारी, पवन सिंह और रवि किशन ने सत्तारूढ़ बीजेपी में शामिल होकर एक आसान राह चुनी थी. जबकि खेसारी ने बिहार की विपक्षी पार्टी से आरजेडी का दामन थामकर सत्तारूढ़ बीजेपी के प्रत्याशी को चुनौती दे रहे हैं.
छपरा विधानसभा सीट पर पिछले करीब 10 वर्षों से से बीजेपी का कब्जा रहा है. बीजेपी का प्रत्याशी आसानी से इस सीट को जीत रहा है, लेकिन इस बार समीकरण बदल रहे हैं. तेजस्वी ने छपरा सीट से खेसारी को उतारकर बीजेपी के खेमे में हलचल मचा दी है. हाल में उन्होंने उन्होंने चुनाव से पहले टीवी9 भारतवर्ष के साथ एक विशेष इंटरव्यू में अपने राजनीतिक प्रवेश और आगामी चुनावों पर विस्तार से बात की. उन्होंने कहा ‘मैं राजनीति में आने की सोच नहीं रहा था, लेकिन अब जब यहां आया हूं तो जनता के बीच रहकर उनकी समस्याओं का समाधान करूंगा. मैं संगीत को नहीं छोड़ूंगा, लेकिन अब समाज के लिए भी समय दूंगा.
जीवन में संघर्ष और चुनौतियां आवश्यक
खेसारीलाल यादव ने यह भी स्पष्ट किया कि जीवन में संघर्ष और चुनौतियां आवश्यक हैं. उन्होंने कहा कि जिस जीवन में लड़ाई, समस्याएं और दर्द नहीं होता, उस जीवन का कोई विशेष अर्थ नहीं होता है. वे स्वयं भी आसान चीजों को जानबूझकर चुनौतीपूर्ण बनाकर करते हैं, ताकि वे उनकी असली अहमियत को समझ सकें. यह दर्शाता है कि वे केवल अपनी सेलिब्रिटी हैसियत पर निर्भर नहीं हैं, बल्कि राजनीतिक क्षेत्र में भी कड़ी मेहनत और संघर्ष के महत्व को समझते हैं.
संघर्षों से भरा है खेसारी का जीवन
खेसारी का सफर संघर्षों से भरा रहा है. वे बताते हैं कि उनके पिता रेहड़ी पटरी लगाकर परिवार का पालन-पोषण करते थे, जबकि खुद वो मवेशी चराते और दूध बेचकर घर का खर्च चलाते थे. बाद में वे दिल्ली चले गए और वहां लिट्टी-चोखा बेचकर जीवनयापन किया. खेसारी बताते हैं इन सबके बीच उन्होंने कभी भी अपने सपनों को मरने नहीं दिया और कड़ी मेहनत और लगन से सफलता हासिल की. इसी तरह अब राजनीति में भी मेहनत कर जनता की सेवा करेंगे.

