बिहार में महागठबंधन ने तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री का चेहरा चुन लिया है. उनके अलावा विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के संस्थापक मुकेश सहनी और पिछड़ा वर्ग के एक अन्य नेता को महागठबंधन की सरकार आने पर उप मुख्यमंत्री बनाया जाएगा. कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने इसकी घोषणा की. अपने नाम की घोषणा होने के बाद तेजस्वी यादव ने कहा कि हमें 5 साल नहीं सिर्फ 20 महीने दीजिए. हम 20 महीने में ही 20 साल के बराबर काम करेंगे.
उन्होंने कहा कि मैं पूरे विश्वास के साथ कहना चाहता हूं कि 5 साल नहीं अगर बिहार की जनता हमें 20 महीने दे तो तेजस्वी और हमारी सरकार 20 महीने में वो काम कर देगी जो इन लोगों ने 20 साल में नहीं किया. हमने प्रण लिया है कि कोई भी परिवार बिना सरकारी नौकरी के नहीं रहेगा. तेजस्वी की परछाई भी अगर गलत काम करेगी तो उसको भी तेजस्वी सजा दिलाने का काम करेगा, ये संकल्प है. एक नया बिहार बनाने का काम हम करेंगे.
तेजस्वी ने कहा कि हम महागठबंधन के लोग सिर्फ सरकार बनाना या मुख्यमंत्री बनना नहीं चाहते, बल्कि बिहार बनाना चाहते हैं, इसीलिए हम साथ हैं. मैं महागठबंधन के सभी सदस्यों का मुझ पर भरोसा दिखाने के लिए धन्यवाद करता हूं. मैं उन सभी से कहना चाहता हूं कि मैं आपकी उम्मीदों पर खरा उतरने की पूरी कोशिश करूंगा और हम सब मिलकर 20 साल पुरानी इस सरकार को उखाड़ फेंकेंगे जो अभी सत्ता में है.
BJP नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री नहीं बनाएगी
उन्होंने कहा कि हमने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की है. एनडीए में नीतीश कुमार के साथ अन्याय हो रहा है. उनकी एक भी संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं हुई है. उनके सीएम चेहरे की कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है. हम शुरू से ही कह रहे हैं कि भाजपा वाले नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री नहीं बनाने वाले हैं. भाजपा नीतीश कुमार को दोबारा मुख्यमंत्री नहीं बनाएगी और इसकी पुष्टि किसी और ने नहीं बल्कि अमित शाह ने की है. एनडीए लगातार 20 सालों से सत्ता में है. आपने हमेशा मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा की है. इस बार आप नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार क्यों नहीं घोषित कर रहे हैं? चुनाव के बाद ये लोग जेडीयू को भी खत्म कर देंगे. पार्टी का अस्तित्व ही खत्म हो जाएगा.
तेजस्वी ने कहा कि तेजस्वी खुद बिहार की सरकार नहीं चलाएगा बल्कि पूरा बिहार मिलकर बिहार सरकार चलाने का काम करेगा. तेजस्वी सीएम बनेगा तो साथ में सभी बिहार के लोग सीएम बनेंगे.सीपीआई (एम-एल)एल नेता दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि बिहार जैसे बड़े राज्य में जरूरत के हिसाब से उप-मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित किया गया है. हमने सोचा था कि इस बार हम ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ेंगे, लेकिन इस बार गठबंधन बड़ा हो गया. इसलिए, हम कम सीटों पर यानी 20 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं. लेकिन हम एकजुट होकर चुनाव लड़ेंगे.

