भारत-नेपाल सीमा पर गश्त लगा रहे एसएसबी जवानों ने रविवार को भिठ्ठामोड़ चेकपोस्ट के निकट संदिग्ध अवस्था में दो चीनी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। दोनों की पहचान चीने के वुहान निवासी युआन हैलोंग और लू लांग के रूप में हुई है। पूछताछ के बाद दोनों को स्थानीय पुलिस को सौंप दिया गया है।
51वीं बटालियन के प्रभारी कमांडेंट राजन कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि हेड कांस्टेबल मुरारी कुमार के नेतृत्व में जवान सीमा पर गश्त लगा रहे थे। इस दौरान पिलर संख्या 301 से करीब 10 मीटर भारतीय क्षेत्र में दो विदेशी नागरिकों को बॉर्डर की ओर जाते देखा।
संदेह होने पर जवानों ने रोक कर पूछताछ की। भाषा के आधार पर चीनी नागरिक होने की पुष्टि के बाद वीजा और पासपोर्ट की मांग की गयी। आवश्यक वीजा व पासपोर्ट नहीं होने पर जवानों ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। मामले की सूचना सभी संबंधित एजेंसियों को दी गई है। संयुक्त पूछताछ में पता चला कि दोनों नागरिक थाईलैंड से काठमांडू 23 मई 2022 को आये थे।
सुरंसड थानाध्यक्ष नवलेश कुमार आजाद ने बताया कि एसएसबी के हेड कांस्टेबल मुरारी कुमार के बयान पर एफआईआर दर्ज कर दोनों आरोपित को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। उनके पास से एसएसबी ने दो पासपोर्ट, एक काला कपड़ा, ईयर फोन, मोबाइल पॉवर बैंक, कुल 133 डॉलर, भारतीय करेंसी पांच सौ के चार नोट, सिगरेट का डिब्बा, एटीएम कार्ड, मेडिसिन, इकोनोमी क्लास का बोर्डिंग पास आदि बरामद किये गए हैं।
दोनों चीनी साइकिल से नेपाल बॉर्डर तक पहुंचे। 24 मई को भारतीय सीमा में प्रवेश कर टैक्सी से नोएडा चले गए। वहां वे अपने मित्र के पास 10 जून तक रहे। नोएडा से दोनों टैक्सी से भिट्ठामोड़ पहुंचे। वहां से दोनों रिक्शा से सीमा पर करने की तैयारी में थे। इस दौरान सीमा पर तैनात जवानों ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
वित्तीय जालसाजी के रैकेट से जुड़े होने की आशंका
प्रभारी कमांडेंट ने बताया कि चीनी नागरिकों से प्राप्त सामान व मोबाइल फोन के संवाद के विश्लेषण से प्रतीत होता है कि दोनों वित्तीय जालसाजी में संलिप्त हो सकते हैं। दोनों किसी वित्तीय जालसाजी के रैकेट में सहयोगी भी हो सकते हैं। दोनों को स्थानीय पुलिस को सौंप दिया गया है।
स्रोत हिंदुस्तान