बिहार के भागलपुर से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जहां एक व्यवसायी की पत्नी ने बिहार पुलिस के डीजीपी तक को कानूनी नोटिस भेजते हुए एक करोड़ रुपये हर्जाने की मांग की है। यह मामला तिलकामांझी थाना क्षेत्र का है। दरअसल, खलीफाबाग के व्यवसायी प्रतीक झुनझुनवाला की पत्नी श्रेया कुमारी ने भागलपुर जिला पुलिस और ट्रैफिक पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
पुलिस ने दी धमकी
उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने बिना अनुमति उनका वीडियो बनाया, अमानवीय व्यवहार किया और अवैध रूप से हिरासत में लेने की धमकी दी। इसी को लेकर श्रेया कुमारी ने सीपीसी की धारा 80 के तहत डीजीपी सहित आईजी, एसएसपी, एसपी और दोनों डीएसपी को नोटिस भेजा है। उन्होंने दो महीने के भीतर संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर एक करोड़ रुपये मुआवजा मांगते हुए सिविल मुकदमा दायर करने की चेतावनी भी दी है।
क्या है पूरा मामला?
श्रेया कुमारी का आरोप है कि 16 मार्च 2025 को वह अपने पति के साथ दवा लेने तिलकामांझी गई थीं। उन्होंने अपना वाहन प्राइवेट अस्पताल की फार्मेसी के सामने कुछ देर के लिए खड़ा किया। उस स्थान पर नो-पार्किंग का कोई बोर्ड नहीं था। तभी वहां ट्रैफिक पुलिस पहुंच गई और उनके पति से बदतमीजी करने लगी। साथ ही मोबाइल से वीडियो बनाने लगे। इसके बाद तिलकामांझी थाना पुलिस को भी बुला लिया गया। पुलिसकर्मियों ने महिला की सर्जरी की बात जानने के बावजूद दुर्व्यवहार किया और थाने ले जाने की धमकी दी। महिला ने इसे मानसिक उत्पीड़न बताते हुए संविधान के अनुच्छेद 14 (समानता का अधिकार) और अनुच्छेद 21 (जीवन व व्यक्तिगत स्वतंत्रता का अधिकार) का उल्लंघन बताया है।
पहले भी की थी शिकायत
इस पूरे मामले की शिकायत श्रेया ने पहले 21 मार्च 2025 को एसएसपी से की थी। लेकिन कार्रवाई नहीं होने पर उन्होंने 30 जून 2025 को डीजीपी समेत सभी वरिष्ठ अधिकारियों को कानूनी नोटिस भेज दिया। महिला ने अपनी शिकायत के साथ सर्जरी की मेडिकल रिपोर्ट, डिस्चार्ज समरी और बिल आदि भी लगाए थे। बावजूद इसके उनकी शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया गया।
नोटिस में की गई मांग
श्रेया कुमारी ने नोटिस में तत्काल एक लाख रुपये क्षतिपूर्ति, जिम्मेदार पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई और पुलिस को नागरिकों के साथ सम्मानजनक व्यवहार करने को लेकर स्पष्ट दिशानिर्देश जारी करने की मांग की है। साथ ही दो महीने में संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर एक करोड़ रुपये हर्जाना मांगते हुए सिविल मुकदमा दायर करने की चेतावनी दी है।
