बचपन में पिता का साया उठ गया, मां और बहन की जिम्मेदारी दीपांशु के कांधे पर आयी। वह नौकरी की तलाश में रांची आ गया। अचानक मां के पैर टूट जाने की खबर सुनी। पैसे नहीं थे, तो मां के इलाज के लिए अपनी किडनी बेचने को तैयार हो गया।
बिहार का रहने वाला हैं दीपांशु
दिपांशु बिहार के गया का रहने वाला है। दीपांशु किडनी बेचने के लिए रिम्स अस्पताल पहुंच गया। दिपांशु पर अपने घर की जिम्मेदारी है, उसकी एक बहन भी है। दीपांशु किसी होटल में काम करके परिवार का खर्च चलाता है रिम्स के न्यूरो सर्जरी विभाग में सेवा दे रहे डॉ विकास ने एक वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया और बताया कि कैसे एक नाबालिग बच्चा अपनी किडनी बेचकर मां का इलाज कराना चाहता है। वीडियो में साफ नजर आ रहा है कि दीपाशु अपनी किडनी बेचने को तैयार है।
डॉक्टर ने दिया मदद का भरोसा
डॉ विकास ने उसकी पूरी बात सुनी और मदद का भरोसा भी दिया। डॉ विकास ने सोशल मीडिया जो पोस्ट किया उसमें बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी टैग किया है। उन्होंने लिखा, गरीबी और मजबूरी की चरम सीमा तो देखिए ,एक बच्चा आज अपने मां के इलाज के लिए किडनी बेचने गया था,घर में मां और बहन है,पिता की मृत्यु हो चुकी है,वह किसी होटल में काम करता है, एक सज्जन व्यक्ति ने उसे हमारे बारे में बताया तथा हमारी टीम ने उसे समझाया की किडनी बेचना एक दंडनीय अपराध है ,हमने उसे भरोसा दिलाया कि वह रिम्स रांची आता है तो निश्चित रूप से उनकी मदद करेंगे।
बिहार के सीएम से भी डॉ विकास ने की अपील
नीतीश कुमार को टैग करते हुए डॉ विकास ने लिखा महोदय, यह बच्चा गया का है,आपसे अनुरोध है कि इसकी सत्यता की जांच करते हुए ,कृपया इनकी मदद की कृपा करें I बिहार के गया का रहने वाला नाबालिग बच्चा किडनी बेचना चाहता था। बिहार से रोजगार की तलाश में रांची आया। इस वीडियो के वायरल होने के बाद अब डॉक्टर विकास कुमार का कहना है कि लड़के की मदद करने के लिए अन्य अधिकारियों से बात करेंगे, ताकि उसकी मां का इलाज हो पाए।