पटना : बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) द्वारा दसवीं की परीक्षा कल यानी गुरूवार से शुरू हो जाएगी. मैट्रिक परीक्षार्थी को परीक्षा शुरू होने के दस मिनट पहले तक प्रवेश करने की अनुमति दी जाएगी. इसके बाद आने वाले परीक्षार्थी प्रवेश नहीं कर पाएंगे.
प्रथम पाली के लिए परीक्षार्थियों को 9:20 तक अंतिम प्रवेश करने का मौका मिलेगा. दूसरी पाली के लिए 1:35 बजे तक छात्र केंद्र के अंदर जा पाएंगे. इस कारण बोर्ड परीक्षार्थियों को समय से परीक्षा केंद्र पर पहुंचने का निर्देश बोर्ड द्वारा जारी किया गया है.
गौरतलब हो कि मैट्रिक परीक्षा 17 से 24 फरवरी तक आयोजित होगी. परीक्षा में 16 लाख 48 हजार 894 परीक्षार्थी शामिल होंगे. इसके लिए राज्य भर में 1525 परीक्षा केंद्र बनाये गये हैं. परीक्षार्थियों में छात्रों की संख्या 8 लाख 42 हजार 189 और छात्राओं की संख्या 8 लाख 06 हजार 705 है.
परीक्षा हर दिन दो पालियों में ली जाएगी. दोनों पालियों में एक ही विषय की परीक्षा होगी. प्रथम पाली में 8 लाख 27 हजार 288 और दूसरी पाली में 8 लाख 21 हजार 606 परीक्षार्थी शामिल होने वाले है. बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि इस बार भी सभी विषयों में सौ फीसदी अतिरिक्त प्रश्नों का विकल्प दिया जायेगा.
इसमें वस्तुनिष्ठ के साथ विषयानिष्ठ प्रश्न शामिल है. जितने प्रश्न रहेंगे, उसमें हर प्रश्न का एक विकल्प दिया जायेगा. हर केंद्र पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. प्रत्येक केंद्र पर प्रति पांच सौ परीक्षार्थियों पर एक वीडियोग्राफर की व्यवस्था की गई है.
बता दें कि मैट्रिक परीक्षा का संचालन सफलतापूर्वक किया जा सके, इसके लिए बोर्ड द्वारा कंट्रोल रूम बनाया गया है. कंट्रोल रूम 16 से 24 मार्च की शाम छह बजे तक रहेगा. कंट्रोल रूम के लिए 0612-2232227 और 0612-2230051 नंबर पर संपर्क कर सकते हैं.
अगर किसी परीक्षार्थी का प्रवेश पत्र गुम हो गया हो या घर पर छूट गया हो तो ऐसी स्थिति में उपस्थिति पत्रक में स्कैन किए हुए फोटो से उसकी पहचान कर और रौलशीट से सत्यापित कर परीक्षा में बैठने की अनुमति दी जाएगी. केंद्र पर प्रवेश के समय से लेकर परीक्षा कक्ष में बैठने तक तीन बार तलाशी ली जाएगी.
जानकारी के अनुसार प्रत्येक जिले में चार-चार मॉडल परीक्षा केंद्र बनाये गये हैं. मॉडल केंद्र पर परीक्षार्थी छात्राएं होंगी तथा इन केंद्रों पर प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी, वीक्षक सहित सभी सुरक्षाकर्मी भी महिलाएं होंगी. मॉडल केंद्र को फूल, गुब्बारे से सजाया जायेगा. इसके अलावा रेड कार्पेट को पूरे परिसर में बिछाया जायेगा. रेड कार्पेट पर चलकर छात्राएं परीक्षा कक्ष तक पहुंचेगी और परीक्षा देंगी.