बिहार में मद्य निषेध विभाग शराब पकड़ने में अब खोजी कुत्तों की मदद ले रहा है। फिलहाल ट्रायल के तौर पर बेल्जियम मेलिनोइस ब्रीड के स्निफर डाग की सेवा ली जा रही है। इस प्रजाति के कुत्तों की खासियत है कि यह सीलबंद बोतल के अंदर रखी शराब भी आसानी से ढूंढ़ सकेंगे।
बेल्जियन मालिनोइज ब्रीड के कुत्ते 2011 में पहली बार चर्चा में आए थे। उस वक्त इन कुत्तों की मदद से दुनिया के सबसे खूंखार आतंकी को खोज कर खत्म किया गया था। पाकिस्तान के एबटाबाद में ओसामा-बिन-लादेन को ढूंढने में इन कुत्तों ने ही अमेरिकी नेवी सील की मदद की थी। अमेरिकी के तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा भी जब भारत के पहले दौरे पर आए थे, तो ये कुत्ते उनकी विशेष टीम का हिस्सा थे। इन्होंने जांच में अहम भूमिका निभाई थी।
बेल्जियन मेलिनॉयस प्रजाति के ये डॉग खासे आक्रामक होते हैं। यह एक मध्यम आकार की नस्ल वाला डॉग है। इस कुत्ते का बेल्जियन मालिनोइज नाम इसलिए पड़ा, क्योंकि इस ब्रीड का पहला कुत्ता बेल्जियम के मैलीनोज शहर में पाया गया था। इस ब्रीड के डॉग का उपयोग मुख्य रुप से विस्फोटक व नशीले पदार्थ का पता लगाने के लिए होता है। यह डॉग फिदायीन अटैक और आतंकी हमले का मुकाबला करने में सक्षम होते है। डॉग का वजन 25 से 30 किलो होता है और 12 से 15 साल तक जीवित रहते है। काले खड़े कान इसकी खास पहचान है।
ट्रायल के तौर पर ली जा रही सेवा
बेल्जियन मेलिनॉयस कुत्तों के ईस्तेमाल की जानकरी उत्पाद आयुक्त बी कार्तिकेय धनजी ने सोमवार को प्रेस वार्ता में इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ट्रायल के तौर पर कोलकाता की कंपनी को इसमें लगाया गया है। जल्द ही बड़ी संख्या में किराये पर इनकी सेवा ली जाएगी जिसके लिए टेंडर की प्रक्रिया पूरी की जा रही है।
मार्च में की गई कार्रवाई
71,301 छापेमारी हुई; 8907 अभियोग दर्ज; 1,73,792 लीटर शराब जब्त; 10,486 हुए गिरफ्तार; 827 होम डिलिवरी में गिरफ्तारी; 1674 वाहन किए गए जब्त।